एक तथ्य जो हमें सबसे ज्यादा विचलित करता है हमारी आध्यात्मिक यात्रा के दौरान, वो यह है कि हम अपनी आत्मिक उन्नति तो कर रहे होते हैं लेकिन हमारे आस पास के लोग और प्रियजन, वो उसी सांसारिक अंधकार में फसे रह जाते हैं और यह हमारे लिए कष्टकारी होता है

क्या हम उनकी मदद कर सकते हैं उनकी आध्यात्मिक उत्थान में?

बिल्कुल कर सकते हैं लेकिन यदि हम उनको सिर्फ अपना अनुभव बताएंगे और बड़े बड़े आध्यात्मिक किस्से सुनाएंगे तो संभावना यह है कि वो हमारी बात नही माने, क्योंकि हैं तो वो सब विकारों में जकड़े मन ही, और मन कभी भी अपनी हीनता स्वीकार करना नही चाहता

फिर हम उनकी मदद कैसे कर सकते हैं ?

इसका उत्तर मुझे मेरे आराध्य श्री महादेव ने मेरे द्वारा उनका चिंतन करते हुए बड़े प्रेम से दिया 🙂

शिव बोले, प्रत्येक आत्मा की एक यात्रा होती है, आत्मा शास्वत रूप से बहुत समझदार ( super intelligent) होती है, प्रत्येक आत्मा को अपना मार्ग स्वयं पता होता है, लेकिन यह मन उस व्यक्ति को उस समझदार आत्मा की आवाज़ सुनने नही देता, क्योंकि अगर उस व्यक्ति ने उस आत्मा की आवाज़ सुन ली तो मन की पोल खुल जाएगी और जो मन आज तक उनके ऊपर शासन कर रहा था, उसकी सत्ता विचलित हो जाएगी

हम क्या कर सकते हैं उनकी मदद के लिए ?

महादेव ने कहा, तुम बस उनके साथ जितना प्रेम से रह सकते हो, उतने प्रेम से रहो, जितनी करुणा उनको दे सकते हो दो, प्रेम ही आत्मा जीतता है, जब तुम प्रेम से उनके साथ रहोगे, तो उनका मन कितना भी जिद्दी हो, प्रेम मन की सारी अपवित्रता धो देगा, तुम्हारे द्वारा भेजी गई प्रेम की ऊर्जा उनके अंदर भी प्रेम का संचार करेगी जिससे वो ऊर्जा के स्तर पर पवित्र हो जाएंगे, जैसे ही वो पवित्र होंगे, उनके अंदर बैठी आत्मा अपना काम करना शुरू कर देगी ❤️

दूसरा संदेश भगवान ने यह दिया, की आप स्वयं उनके सामने एक भक्त का आदर्श प्रस्तुत करें, जब वो आपके चरित्र की महक से रूबरू होंगे, तो उनके मन को भी उस मार्ग पर जाने का लालच आएगा, क्योंकि मन है तो अंततः लालची ही, तो इसको सही लालच ही क्यों न दिया जाए, एक बार ईश्वर प्रेम ने उनको स्पर्श कर लिया, फिर उनका मन सामर्थ्यहीन हो जाएगा, फिर वो खुद उस प्रेम की और भागेंगे जिसका स्पर्श उन्हें हुआ है 🙂

जैसे हमारे गुरुदेव ने हमारे सामने एक आदर्श प्रस्तुत किया है एक सत्यनिष्ठ जीवन का, हम सभी शिष्यों के कर्तव्य है उसी आदर्श को अन्य संसारी लोगो के सामने रखने का, बिना कोई अपेक्षा किए हुए

नमः पार्वती पतये हर हर महादेव

ओम स्वामी नमो नमः

Sorry, i am not a premium member so won’t be able to reply, i thank everyone who read and comment on previous post, love and light ✨