
Rachit's writings
*नभ के तारे*
जन्म से मृत्यु तक।।
हिंदी भाषा और मैं।
मातृभाषा पर कुछ पंक्तिया
लहरों का निमंत्रण
शांत तट पर शोर मचाती लहरें ॥
प्रकृति
आओ चले उसके समावेश मे............
पहली किरण
* उठा किरणो का प्रकाश स्तब्ध कर दे ये जग सारा* ॥