बचपन में जब हम अपने मामा गांव जाते तो वहां एक lady रहती थी, हमेशा मेरा ध्यान जाता उन पर। 35-40 आयु रही होगी उनकी तब।पतली दुबली सी, उनके दोनों गाल चपटे हुए थे,आंखे बड़ी बड़ी गोल गोल,और हमेशा हड़बड़ी मे,जल्दबाजी में रहती थी वो।वो अकेले रहती थी अपने घर में, उनके परिवार में कोई ना था। वो अपने मायके में रहती थी, मतलब मामा गांव ही उनका मायका है।
मां बाप, भाई भाभी कोई नहीं है अब उनकी लाइफ में, सब गुजर गए है। वो बस्ती के बाहर एक कच्ची घर में ,जिसमे केवल एक रूम और सामने एक परछी है छोटा सा,उसमे रहती है।
सब उनको केजा दीदी,केजा बुआ या बड़ी मां या बड़े उन्हे सिर्फ केजा कहकर बुलाते।
अपना जीवन चलाने के लिए जब भी कोई बुलाता तो उनके वहां काम करने चली जाती और दूर दूर गांव भी पैदल चले जाती यदि उनको कोई काम रहता तो।
कुछ लोग उनको कुछ कुछ दान करते वो इसी से अपना जीवन चलाती लेकिन जब कोई तीज त्योहार आता तो कभी अतिथी सत्कार मे पीछे नहीं हटती, सबका व्यवहार करती, सबको कुछ ना कुछ जरूर देती थी। सब से हंस कर बात करती।
मै जब भी वहां जाती एक बात हमेशा ध्यान देती की जब भी किसी के घर में कोई ज्यादा काम होता, पापड़ मुरकुम बनाने होते, या कोई कार्यक्रम होता या साधारण सा खाने पर ही किसी को बुलाना होता तो उनको पहले याद करते काम के लिए। कहते तो रिश्तेदार थे लेकिन हमेशा काम पर ही उनको याद करते थे। फिर बाद में उनको कुछ कुछ थोड़ा बहुत दे देते थे बदले में ।
कभी कभी जब उनकी बात चलती तोसब उनकी बहूत हंसी उड़ाते, उनका मजाक बनाते, उनके नाम, चेहरे, आवाज पर हंसते। अकेले हड़बड़ी मे चलते रहती है जब देखो, भूत की तरह भटकती है ऐसे ही बातें होती उनकी बारे में। मामा लोग बताते के कैसे जब वो लोग छोटे थे तो उनको परेशान किया करते थे।
किसी को परेशान करना बेमतलब , ये तो मुझे कभी ठीक नहीं लगता ,लेकिन मुझे भी उनका नाम अजीब लगता और उनका चेहरा भी। मुझे भी हंसी आता उनके नाम पर और जब उनके बारे में ये लोग बात करते तो मै भी हंस देती थी।
एक दिन मै मां से पूछी इनका घर कौन सा है, इनके मम्मी पापा कौन थे? ये अपने मायके मे क्यों रहती है? आप लोग की क्या लगती है? क्या कोई नहीं है इनके परिवार में?
मम्मी पहले तो हिचकिचाई फिर बताने लगी कि हमारे ही रिश्तेदार है ये लोग, सब थे इनके परिवार में , मां बाप भाई बहन। ये बहुत सुंदर दिखती थी। इनकी शादी भी हुई थी लेकिन इसका पति बहुत बुरा आदमी था। इनका ऐसा हाल दुख के कारण हो गया है।
इनकी शादी जब हुई , फिर केजा बड़ी मां अपने ससुराल मे रहने लगी। ६-८ महीने ही हुए थे फिर उनकी छोटी बहन भी चल दी उनके घर ऐसे ही कुछ दिन घूमने के लिए। उसके पति ने उसकी शाली के साथ संबंध बना लिए, और कुछ दिन बाद उसे पता चला कि उसकी छोटी बहन pragnent थी। उसके पति ने कहा केजा बड़ी मां से कि तुमको रहना है तो रहो इसी के सा थ नहीं तो चली जाओ।
तब फिर केजा बड़ी मां अपनी छोटी बहन को ससुराल में ही छोड़ दी सोचकर की मेरा तो घर बर्बाद हो ही गया कम से कम तुम खुश रहो करके। और खुद सब कुछ छोड़कर अपने मायके वापस आ गई। यहां कुछ दिन अपने मा बाप के साथ थी फिर उनके गुजर जाने के बाद उनका भाई जिस घर में वो सब रहते थे बस्ती के भीतर, वो घर को बेच कर गांव से चला गया। Aur इनको दूर मे एक छोटा सा घर था वहा रहने बोल दिए।
वो अभी भी इसी मे रहती है।
अभी उनकी उम्र 55-60 वर्ष हो गया होगा।
उनके बारे में जानकर में स्तब्ध रह गई । मुझे समझ नहीं आ रहा था क्या बोलू। कितना कुछ झेल चुकी थी वो अपने लाइफ मे और अभी भी अकेले जी रही है। मुझे वो सारी बाते याद आ रही थी कि कैसे सब उनका उपहास करते थे, कैसे हंसते थे उन पर। मुझे खुद प र शर्म आ रहा था कि मै भी उनके नाम पर हंसा करती थी अपने मन में। मुझे कुछ भी नहीं पता था उनके बारे में।
बहुत दुख होता है मुझे जब भी मै उनके बारे में याद करती हूं पर उससे ज्यादा मुझे हैरानी भी होती है कि कैसे उनके आसपास , बड़े बुजुर्ग , बाकी लोग जिनको उनके लाइफ के बारे में सबकुछ पता है फिर भी कोई हमदर्दी या दया भाव नहीं था उनके मन में, जब वो लोग हंसते उन पर तो कभी किसी ने ये नहीं बोला की मत बोलो ऐसा, उसने लाइफ मै जो सहा है तुमको नहीं पता करके कोई किसी को चुप नहीं कराता था। किसी के पास दिल नहीं था लगता है।
उनके बारे में जानकर मेरे लिए उनका सम्मान और उनके प्रति प्रेम और भी ज्यादा हो गया है। भगवान हमेशा उनको खुश रखे और उनकी लाइफ खुशियों से भर दे।
जय श्री हरि❤️
Thank you for reading 🙏.
Comments & Discussion
16 COMMENTS
Please login to read members' comments and participate in the discussion.