शाम के 4:00 बजने वाले थे और नवरात्रि का अभिषेक शुरू होने वाला था मैंने सोचा माली भैया को खाने के लिए कुछ दे आती हूं ।🍰जब मैं वापस लौट रही थी ,तो मैंने देखा मीनाक्षी जी दोनों हाथों में सामान के थैले लेकर आ रही हैं उनके मना करने पर भी मैंने एक थैला ले लिया और कमरे तक पहुंचा दिया।

जब मैं वापस जाने लगी तो उन्होंने मुझे रोक कर कुछ गुलाबी फूल मेरी ओर बढ़ाते हुए कहा कि आज माला में यह फूल भी लगा देना ।🌹फूलों को देख कर मेरी खुशी का ठिकाना नहीं था, कल रविवार होने के कारण फूल नहीं आ सके थे ,इसलिए आज मैं उदास होकर सोच रही थी कि “हे मां “आज मैं आपके लिए माला नहीं बना सकी।😢

हरि है हजार हाथ वाला😍

 मेरे श्री हरि भगवान की कृपा से थोड़ी ही देर में सुंदर माला बनकर तैयार हो गई| आप कह सकते हैं कि यह मात्र संयोग है|| परंतु मेरे लिए यह भगवान की कृपा और चमत्कार ही है,इतने संयोग एक साथ नहीं होते, जैसे… उसी समय मेरा बाहर जाना ,मीनाक्षी जी का सामने से आना,3:30 बजे से 4:00 बजे  की मेरी योगा कक्षा काआज ही रद्द होना ,मीनाक्षी जी का आज की ही माला के लिए फूल देना| अनजाने में किए हुए छोटे-छोटे कर्मों के भी भगवान जी कितने सुंदर पुरस्कार देते हैं 🌝धन्यवाद ,मेरे प्यारे भगवान धन्यवाद, कर भला तो हो भला।