13 फरवरी….एक महत्वपूर्ण और विशेष दिवस ☺
यह दिन हमें उल्लास और आनंद से भर देता है ।
जी हां……. यह वही दिन है ,जब जगजननी माँ ने अपने वास्तविक रूप में हमारे प्यारे स्वामी जी के समक्ष प्रकट होकर हम सब पर भी कृपा वर्षा की ।(आप भी सहमत होंगे )।
कभी-कभी मेरे मन में यह विचार आता है कि क्या मैं भगवान की असीम कृपा की अधिकारी हूँ ?
नहीं ….बिल्कुल नहीं…. क्योंकि मैंने तो कोई ऐसा पुण्य कर्म, दान, जप-तप ,साधना नहीं की,फिर भी भगवान की मुझ पर इतनी असीम कृपा क्यो?
पता है क्यो?क्योकि…
माँ तो माँ है ना.. वह भी जगतजननी,जो सब की माँ है और अपने बच्चों से संबंधित प्रत्येक बात जानती हैं उन्हें पता है कि मेरा एक ऐसा बच्चा भी है जिसके लिए मुझे स्वयं ही प्रयत्न करना होगा, उसमें इतनी सामर्थ्य नहीं कि वह स्वयं मुझ तक पहुंच सके।
जी हां …वह और कोई नहीं मैं ही हूं उनकी करुणा….इसीलिए उन्होंने स्वामी जी के स्वरूप में आकर मुझे दर्शन देकर मुझे कृतार्थ किया ।
सहारा इस जहां का मिले न मिले,मुझे तेरा सहारा सदा चाहिए ।मेरी चाहत की दुनिया बसे ना बसे,मेरे दिल में बसेरा तेरा चाहिए। चाँद तारे फलक पर दिखे ना दिखे,मुझे तेरा नजारा सदा चाहिए।
उनकी कृपा देखिए … मां जगतजननी,पिता नारायण दोनों ही स्वामी जी के स्वरूप में मेरे समक्ष है।
हम अपनी इन आंखों से उनके वास्तविक स्वरूप को तो नहीं देख सकते तो क्या …वह तो हम पर अपनी कृपा दृष्टि रखे हुए हैं ।
मै तो अधिकारी नहीं ,कि कभी मुझे माँ के उस स्वरूप के दर्शन हों। क्योंकि मुझे पता है कि मुझ में न वह सामर्थ्य है और ना ही उम्र का यह पडाव मुझे इसका अधिकार या इजाजत देता है ।
और फिर मैं अपनी वृत्तियों और दोषों को देखते हुए यह कामना भी कैसे कर सकती हूं?
यदि कोई यह कामना करता है तो इसका अर्थ है कि, नही मालूम वह और कितने जन्मों का निश्चय कर रहा है।
क्योंकि स्वामी जी कहते हैं… कि कामना ही मनुष्य को दोबारा पृथ्वी पर लेकर आती है।
मुझे सदैव ऐसा ही लगता है कि माँ स्वामी जी के रूप में मुझ पर सदैव कृपा दृष्टि रखे हुए है।
स्वामी जी ही मेरे माता -पिता (दोनों)है।अब तो मेरे गुरु भी है।😍
भर ली है उड़ान मैंने ,प्रभु के देश में,
बैठे है प्रभु वहां सतगुरु के भेष में ।
स्वामी जी , हम सब पर सदा अपना प्रेम व कृपा बरसाते रहे।
इस वर्ष 13 फरवरी को हमे स्वामी जी के दर्शन न होने के कारण कुछ अधूरापन सा लगा। पिछले वर्ष स्वामी जी ने हम सब आश्रम निवासियों को अपनी नई कुटिया में आमंत्रित किया था।💃💃
।।श्री हरि भगवान की जय ।।🙏🙏
।। सतगुरु महाराज जी की जय।।🙏🙏
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