I want to share a  story with all of u 

 

एक बार एक व्यक्ति जंगल से जा रहा था । तो एक नदी के किनारे एक साधु बैठे थे तो उस  व्यक्ति ने पूछा बाबा क्या हुआ ऐसे क्यों बैठे हो तो उसने कहा कि मुझे नदी पार करनी है मैं इस इंतजार में बैठा हूं की ये नदी में पानी रूक जाए और मैं नदी पार कर्लू  तो वह व्यक्ति बहुत आश्चर्यचकित होकर बोला की बड़े अजीब हो तुम तो बाबा ये नदी तो कभी रुकने ही नहीं वाली 

तो उस संत ने बहुत अच्छी बात कही की मैं तुम्हे थी तो समझना चाहा रहा हु की तुम सोचते हो की मेरा यह हो जाए पहले वो हो जाए पहले फिर आराम से बैठूंगा आराम से भगवान को याद करूंगा  यदि आज आराम से नहीं बैठ सकते तो कभी नहीं बैठ सकते  आज भगवान का नाम नहीं ले सकते तो कभी नहीं बैठ सकते कभी भगवान का नाम नहीं ले सकते 

तो यही जीवन है आज से ही भगवान का नाम लेना शुरू कीजिए 

जय शिव शम्भू

हर हर महादेव