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भूल भुलैया

हर किसी के जीवन की भूल-भुलैया

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मेरे हनुमान

हनुमान साधना🌺🌺

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नदी

' मैं नदी था या नदी मुझ में थी'

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परम् आलसी😁😁

आलस नगर का आलसी, एक दिन आलस भवन में।

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परम् आलसी😁

आलसी होते नहीं ,आलसी अवतार लेते हैं😁

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ANGER BOM

क्रोध से हुआ विस्फ़ोट अपने आस-पास के साथ सबसे ज्यादा हमें आहत करता है

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😁😁आनंद की खोज😁😁(प्रशंसा और निंदा)

बेचारा इंसान आदिकाल से आनंद का खोजी है

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महाशिवरात्रि

दिव्य प्रेम की जीती जागती रात्रि

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तुम्हारा पिता भूतकाल से

'ये जगत अनिश्चितताओं का नीड़ है इसलिए कभी भी घबराना मत'

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“एकांत और अकेलापन”

एकांत में हम घुलते हैं जबकि अकेलापन हमे घोलता है

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पेड़ पे बैठा हाथी

" क्या सोच रहा है ये आखिर?